TCS को अमेरिकी कोर्ट ने लगाया 1,622 करोड़ रुपये का जुर्माना, पढ़े पूरी खबर
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नई दिल्ली: भारत की सबसे बड़ी आईटी कंपनी TCS को अमेरिका में बड़ा झटका लगा है। एक अमेरिकी अदालत ने टाटा समूह की इस कंपनी पर ट्रेड सीक्रेट के दुरुपयोग का आरोप लगाते हुए 194 मिलियन डॉलर (करीब 1,622 करोड़ रुपये) का जुर्माना लगाया है।
आरोप क्या है?
कंप्यूटर साइंस कॉरपोरेशन (CSC), जिसे अब DXC टेक्नोलॉजी के नाम से जाना जाता है, ने TCS पर आरोप लगाया है कि उसने अपनी बीमा प्लेटफॉर्म बनाने के लिए CSC के ट्रेड सीक्रेट का गलत इस्तेमाल किया।
जुर्माना कैसे लगाया गया?
डलास डिवीजन के नॉदर्न डिस्ट्रिक्ट ऑफ टेक्सास के यूनाइटेड स्टेट्स डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने यह जुर्माना लगाया है। उसमें 56.15 करोड़ डॉलर के कम्पनसेटरी डैमेज, 11.23 करोड़ डॉलर के एक्जेम्पलरी डैमेज और 2.58 करोड़ डॉलर के प्रीजजमेंट इंटरेस्ट शामिल हैं। भारतीय करेंसी में जुर्माने की टोटल रकम लगभग 1,622 करोड़ रुपये हो जाती है।
TCS का क्या कहना है?
TCS ने कहा है कि, वह इस फैसले को चुनौती देगी। कंपनी का कहना है कि उसके पास कोर्ट के फैसले को उलटने का मजबूत आधार है। TCS ने 14 जून 2024 को कोर्ट का आदेश प्राप्त किया था और उसी दिन समीक्षा याचिका (Review Petition) दायर कर दी थी।
क्या होगा TCS पर इसका असर?
TCS का मानना है कि, इस फैसले का उसके वित्तीय प्रदर्शन पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा। कंपनी ने कहा है कि, वह अपने हितों की रक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठाएगी।
यह मामला कब शुरू हुआ था?
यह मामला 2019 में शुरू हुआ था जब CSC ने TCS पर मुकदमा दायर किया था। 2023 में, एक जूरी ने TCS को दोषी पाया था।
यह फैसला भारत के लिए क्यों महत्वपूर्ण है?
यह फैसला भारत के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह एक बड़ी भारतीय कंपनी पर लगाया गया एक बड़ा जुर्माना है। यह अमेरिकी अदालतों में बौद्धिक संपदा मामलों की बढ़ती संख्या को भी दर्शाता है।
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